Samar jai singh biography

'ओम नम: शिवाय' में भगवान शिव बनकर समर जय सिंह को हुआ था पछतावा! पता है 27 साल अब कहां हैं और क्‍या कर रहे हैं

साल । धारावाहिक 'ओम नम: शिवाए'। पता था दूरदर्शन। इसमें भगवान शिव की महिमा को बखूबी दिखाया गया था। और किरदार निभाया था। समर जय सिंह ने। सिर्फ इस धारावाहिक में ही नहीं, बल्कि उन्होंने और भी पौराणिक सीरियल्स में काम किया और कभी कर्ण बने तो भी इंद्रजीत। फिल्मों में भी उन्होंने काम किया और अलग-अलग किरदार निभाए। लेकिन पहचान उन्हें दूरदर्शन के टीवी सीरियल्स से ही मिली। हालांकि उनके लिए एक्टिंग में आना किसी बलिदान से कम नहीं रहा। क्योंकि उन्होंने अपनी वकालत को दांव पर लगा दिया था। कैसे, आइए विस्तार से बताते हैं।'ओम नम: शिवाय' टीवी की दुनिया का पहला धारावाहिक था, जो भगवान शिव के किरदार के कारण मशहूर हुआ था। इसे आज भी लोग नहीं भूले हैं। इसके गाने, इसके पात्र सबकुछ उनके जहन में जिंदा हैं। समर जय सिंह का जन्म 26 सितंबर को इंदौर में हुआ था। इनके पिता पेशे से डॉक्टर और मां हाउसवाइफ थीं। इनके बड़े भाई हैं, जो डॉक्टर हैं। चचेरे भाई भी डॉक्टर हैं। लेकिन इन्हें बचपन से क्रिकेट का शौक था। वह उसे खेलते थे और उन्होंने ये तय कर लिया था कि वह 9 से 6 वाली नौकरी नहीं करेंगे। हालांकि उनको उस वक्त इसकी समझ नहीं थी कि उन्हें आखिर करना क्या है। लेकिन वह ऑफिस-ऑफिस नहीं करना चाहते थे। पढ़ाई में ठीक थे तो उन्होंने वकालत में ग्रेजुएशन कर लिया था। मगर जब वह मास्टर्स कर रहे थे। यानी LLM के फाइनल ईयर की परीक्षा दे रहे थे, तभी उनको पहला धारावाहिक मिल गया था। उसके लिए उन्होंने अपनी पढ़ाई छोड़ दी और उस सीरियल की शूटिंग करने के लिए चल पड़े। हालांकि उसके सिर्फ 4 एपिसोड ही शूट हुए थे और उसके बाद वह कोर्ट के पचड़ों में फंस गया।


वकालत की पढ़ाई कर रहे थे समर जय सिंह

'दैनिक भास्कर' को दिए इंटरव्यू में समर जय सिंह ने बताया था कि उन्होंने मुंबई के चर्चगेट स्थित गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ लॉ से ग्रेजुएशन किया। बात की है, जब वह इंदौर से यहां आए थे। यहां आते ही उनके दिमाग में एक्टिंग का कीड़ा घुस गया। वह हीरो बनना चाहते थे। LLB के बाद LLM किया। लेकिन इसके आखिरी साल के एग्जाम नहीं दे पाए। क्योंकि प्रकाश मेहरा, जो 'सम्राट अशोक' बना रहे थे, उन्होंने समर को लीड रोल ऑफर कर दिया था। ऐसे में शूटिंग की डेट्स, एग्जाम के दिनों से क्लैश हो रही थीं। इसलिए उन्होंने अपनी पढ़ाई को छोड़कर अभिनय में आने का फैसला किया।


समर जय सिंह का पहला ही शो कोर्ट में पहुंचा

प्रकाश मेहरा के 'सम्राट अशोक' के लिए समर जय सिंह ने दो बार ऑडिशन दिया था। इसके बाद उनका सेलेक्शन हुआ था। पहले डायरेक्टर किसी चर्चित एक्टर को लेना चाह रहे थे। लेकिन किस्मत ने उनका साथ दिया और उन्हें ये रोल मिल गया। हालांकि ये रिलीज नहीं हो सका। एक्टर के मुताबिक, उस वक्त के जाने-माने डायरेक्टर और प्रोड्यूसर ओपी रल्हन भी इसी नाम से शो बना रहे थे। ऐसे में प्रकाश मेहरा और उनकी स्क्रिप्ट लगभग एक जैसी हो गई या क्या हुआ कि विवाद हो गया। ओपी रल्हन ने प्रकाश मेहरा पर उनकी स्क्रिप्ट लेने का आरोप लगा दिया। फिर मामला दिल्ली हाईकोर्ट चला गया और चार एपिसोड की शूटिंग के बाद ये ठंडे बस्ते में चला गया।


ढाई साल बेरोजगार थे समर जय सिंह

समर जय सिंह के हाथ से उस सीरियल के जाने के बाद दो साल तक कुछ अच्छा नहीं हुआ। वह बेरोजगार रहे। घर पर बैठे रहे। उन्होंने इसके पीछे की वजह बताई थी कि प्रकाश मेहरा के साथ उनका दो साल का कॉन्ट्रैक्ट था, जिसे उन्होंने साइन किया था। लेकिन सीरियल तो बना नहीं। ऐसे में वह कॉन्ट्रैक्ट तोड़ नहीं सकते थे और दूसरी जगह काम भी नहीं कर सकते थे। इसलिए वह दो-ढाई साल तक कुछ नहीं कर पाए। डायरेक्टर ने शो पर खूब पैसा भी खर्च किया था। प्लानिंग तो ये भी थी कि वह समर को फिल्म भी देंगे लेकिन भारी नुकसान हुआ।


इसलिए समर जय सिंह ने किया था 'ओम नम: शिवाय'

समर जय सिंह को फिर 'ओम नम: शिवाय' मिला। हालांकि आसान नहीं था। क्योंकि उन्हें भगवान शिव का रोल मिला था और उस किरदार के लिए उनसे पहले 74 ऑडिशन्स हो चुके थे। वह 75वें शख्स थे, जिन्होंने इस रोल के लिए ऑडिशन दिया था। हालांकि वह इस शो को नहीं करना चाहते थे। वह इसी उम्मीद में थे कि 'सम्राट अशोक' पर जल्द दोबारा काम शुरू होगा। हालांकि ऐसा नहीं हुआ। पैसों के लिए उन्हें इसमें काम करने का फैसला किया। एक्टर के मुताबिक, इस धारावाहिक की शूटिंग ढाई महीने पहले से ही होने लगी थी। लेकिन उनके किरदार को इंट्रोड्यूस नहीं करवाया गया था। खैर। उन्होंने इसके लिए काम शुरू किया। शूट किया और 90 के दशक के लोगों के दिलों-दिमाग पर अपनी अमिट छाप छोड़ दी।


समर जय सिंह को भगवान शिव ही समझने लगे थे लोग

उन्होंने बताया था कि जब उनका ये सीरियल पॉप्युलर हुआ तो लोग उन्हें भगवान शिव के रूप में ही देखने लगे थे। उन्होंने बताया था, 'जब ये शो आने लगा तो लोग यही सोचते कि मैं भगवान शिव हूं। जहां जाता भीड़ इकट्ठा हो जाती। हालांकि मैं नहीं चाहता था कि वो मुझे पहचानें, इसलिए मैं बहुत छिपकर रहता था। एक बार जब इंदौर गया शूटिंग के लिए तो जिम मैं निक्कर और टी-शर्ट पहनकर चला गया। अब वहां सफाईकर्मचारी ने पहचान लिया और जोर से कहा कि शिवजी आ गए। शिवजी आ गए। देखते ही देखते भारी भीड़ जमा हो गई।'


'ओम नम: शिवाय' करने का समर जय सिंह को पछतावा

समर जय सिंह ने बताया कि उन्हें लोगों का भरपूर प्यार तो मिला लेकिन फिल्मों में काम नहीं। उन्होंने कहा कि शिवजी के रोल करने के कारण उन्हें फिल्मों से आखिरी समय पर रिजेक्ट कर दिया गया था। मेकर्स को लगता था कि उनको देख लोगों के मन में फौरन भोले बाबा की ही इमेज आएगी। इसलिए वो दूसरे किरदार में उन्हें देख नहीं पाएंगे। खैर। बाद में उन्होंने कई फिल्मों में काम किया लेकिन वैसे फेमस नहीं हो सके। उन्हें हालांकि शुरुआत में लगता भी था कि अगर वह इस रोल को ना करते तो अच्छा रहता। दूसरे मौके तो मिलते। भगवान की छवि के कारण बहुत काम मिलना बंद हो गए थे। लेकिन अब उन्हें लगता है कि लोगों का प्यार और तारीफ ज्यादा जरूरी है।


समर जय सिंह का 'ओम नम: शिवाय' के लिए कॉन्ट्रैक्ट

एक्टर ने OM Namah Shivaya सीरियल के 52 एपिसोड के लिए ही कॉन्ट्रैक्ट साइन किया था। जब ये पूरा हुआ तो दोबारा इसे रिन्यू नहीं करवाया। फिर सनी देओल और अमीषा पटेल के साथ 'गदर- एक प्रेम कथा' में काम किया। उसमें पाकिस्तानी आर्मी अफसर का रोल किया। मूवी तो हिट रही लेकिन एक्टर को कोई फायदा नहीं हुआ। इसके बाद उन्होंने 'महाशक्ति', 'विष्णु पुराण', 'अमर चित्रकथा' जैसे शोज से टीवी में कमबैक किया।


समर जय सिंह की पत्नी और बच्चे

समर जय सिंह ने साल में शादी की थी। ये अरेंज मैरिज थी। उनकी पत्नी उदयपुर की रहने वाली हैं। वह भी हाउसवाइफ हैं। इनकी 20 साल की बेटी है, जो मुंबई यूनिवर्सिटी से फिल्म मेकिंग की पढ़ाई कर रही है। वहीं, दूसरी बेटी 18 साल की है और मास मीडिया का कोर्स कर रही है। एक्टर ने एक्टिंग से पहले स्कूल और कॉलेज लेवल पर अंडर क्रिकेट खेला है। हालांकि बाद में इसे छोड़ दिया। एक्टर फिलहाल सोशल मीडिया पर मोटिवेशनल वीडियोज पोस्ट करते हैं। वर्कशॉप्स के वीडियोज शेयर करते हैं, जहां वह एक्टिंग की बारिकियों के बारे में बताते हैं।